स्वास्थ्य के लिए सन्तरे का अपना एक विशेष स्थान है। जो लोग हर रोज इसका प्रयोग करते हैं उन्हें अनेक रोगों
से प्राकृतिक रूप से ही छुटकारा मिल जाता है। जो लोग कई रोगों के शिकारहैं उनके रोगों का उपचार इस प्रकार से हो सकता है ।
सन्तरे की तासीर ठंडी है । दिलको यह काफी शक्ति देता है ।
गैस रोग
सन्तरे का निरन्तर सेवन करते रहने से गैस रोग से मुक्ति मिलतीहै । साथ में स्वास्थ्य भी ठीक रहता है । नया खून बनता है ।
पुरानी कब्ज
जो लोग पुराने कब्ज के रोगी हैं उन्हें सुबह उठकर सन्तरे के जूसका एक गिलास पीना चाहिए। ऐसा करने से उनकी कब्ज भी दूर होजायेगी साथ ही भूख भी खूब अच्छी लगेगी ।
शारीरिक कमजोरी
जो लोग शारीरिक रूप से कमजोर हैं उन्हें हर रोज सुबह तीन-तीन सन्तरे खाने चाहिये अथवा दो समय सन्तरे का जूस पीनाचाहिए । चालीस दिन तक ऐसा करने से आपके सारे कष्ट दूर होजाएँगे ।
स्नायु रोग
इस रोग का प्रकोप हर इन्सान को दुःखी करता है। कई बार तोयह रोग जान लेवा भी सिद्ध होता है । इसलिए इस रोग का उपचारगम्भीरता से करें । नारंगी का रस या नारंगी, हर रोज दस सन्तरे या दो गिलास रस,स्नायु रोगियों के लिए संतरा अति लाभदायक है । एक मास तकइसका रस पीने से सब कष्ट दूर हो जाएंगे ।
शूगर
शूगर रोगियों को सन्तरे का प्रयोग नहीं करना चाहिए। शूगर रोग में इसके सेवन का कोई लाभ नहीं ।
कील मुहांसे
जिन लोगों के मुँह पर कील मुहांसे अधिक निकलते हैं उन्हेंकील, झाइयों तथा मुहांसों पर सन्तरे के छिलकों का रस मलनाचाहिए । यह काम छिलके को हाथ में लेकर उसे दबाकर भी होसकता है ।
मलेरिया बुखार
मलेरिया बुखार के रोगियों के लिये सन्तरे के छिलके दो कपकेपानी में उबालकर जब पानी आधा रह जाए तो उसे नीचे उतारकरकपड़े से छान लें । हल्का सा गर्म रहे तो उसमें थोड़ी चीनी मिलाकरपी लें । यह कार्य दिन में तीन बार करने से दो-तीन दिन में मलेरियाबुखार उतर जाएगा ।
गुर्दों का दर्द
जो लोग गुर्दे के दर्द से पीड़ित हैं उन्हें एक मास तक सुबह उठकर एक सन्तरा तथा एक गिलास सन्तरे का रस लेना होगा। गुर्देरोगियों के लिए सन्तरे का सेवन ही सबसे अधिक उपयोगी है ।
गर्भवती नारियों के लिये
जो नारियाँ सुन्दर बच्चों की अभिलाषा रखती हैं उन्हें सुबह,शाम, दोपहर तीनों समय सन्तरे का सेवन करना चाहिए तथा बीच मेंसन्तरे का रस भी पीना चाहिए। इस से बच्चा तो सुन्दर होगा ही साथही स्वस्थ भी होगा और बच्चे के जन्म के समय कोई कष्ट भी नहींहोगा ।
दाँतों के रोग
पायोरिया जैसे भयंकर दाँत रोग में सन्तरा बहुत लाभकारी है ।दाँतों के रोगों से बचने के लिए सन्तरे के छिलकों को छाया मेंसुखाकर जब पूरी तरह सूख जाएँ तो इन्हें कूट पीस छानकर इनकामंजन बना लें। इस मंजन को सुबह-शाम दो समय दाँतों पर मलें ।दाँतों के सब रोग दूर हो जायेंगे ।
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी किसी चिकित्सकीय सलाह का विकल्प नहीं है । इनको केवल जानकारी के रूप में लें । इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें ।