सब फलों में बड़ा नजर आने वाला यह तरबूज का फल जो बाहर से हरा अन्दर से लाल गुद्दे में काले-काले बीज लिये रस से भरा, शहद की भांति मीठा, तासीर में शीतल होने के कारण शरीर की गर्मी को दूर करता है। एक तरबूज अनेक रोगों का शत्रु है। आओ देखें इन रोगों और तरबूज के गुणों को ।
सिर दर्द
जो लोग सिर दर्द के पुराने रोगी हैं उन्हें सुबह उठकर एकगिलास तरबूज का रस मिश्री डालकर पीना चाहिए । एक मास तकइसे पीने से सिर दर्द का रोग जाता रहेगा ।
जोड़ों का दर्द
जोड़ों के दर्द के रोगियों के लिये तरबूज का रस दिन में दो बार एक-एक गिलास पीना अति लाभदायक है ।
हाई ब्लड प्रेशर
हाई ब्लड प्रेशर के रोगियों को तरबूज के बीजों का रसनिकालकर सुबह के समय हर रोज पिलाने से यह रोग दूर हो जाताहै । इसका कारण है कि तरबूजों के रस में कुरकुरबोसाइट्रिन नामका तत्त्व होता है । जिसकी शक्ति से रक्त कोशिका नली चौड़ी होजाती है। इसका प्रभाव गुर्दों पर भी पड़ता है। इसी से खून का दबावकम हो जाता है ।
पुरानी कब्ज
कब्ज रोग के बारे में मैं अपने पाठकों को बार-बार बता चुकाहूँ कि यह रोग बड़ा ही भयंकर माना गया है । जो लोग कब्ज रोगकी ओर गम्भीरता से ध्यान नहीं देते वे दुःख पाते हैं। एक रोग से हीअनेक रोग पैदा होते हैं। इसलिए तरबूज को कब्ज की दवा समझकरप्रयोग में लायें। हर रोज तरबूज खायें और कब्ज को भगायें, जीवनके सारे सुख पायें ।
घुटनों का सूज जाना
घुटने सूज जाने पर तरबूज के बीजों का रस निकाल कर पीने से-यह सूजन दूर हो जाता है ।
इन्द्री में जख्म
जब किसी प्राणी को जलकर पेशाब आता है तो वह जान लेनाचाहिए कि उसकी इन्द्री के अन्दर जख्म हैं। ऐसे रोगी को सुबह केसमय एक गिलास तरबूज का रस मिश्री में घोलकर पिलाना चाहिए।थोड़े दिनों में ही यह रोग ठीक हो जायेगा ।
नींद न आना
ऐसे लोग जो नींद न आने से परेशान हैं उनके लिये तरबूज केबीजों की गिरी तथा सफेद खसखस दोनों को बराबर वजन में लेकरअलग-अलग पीस लें। फिर इनको छान कर मिक्स करके रखें।सुबह और रात के समय तीन ग्राम ठंडे पानी या गाय के दूध के साथसेवन करने से खूब नींद आयेगी । जिन लोगों को रात को सिर दर्दहो उनके लिये भी यह नुस्खा लाभकारी है ।