यह भी आरोही बेलों की देन है । जो खेती द्वार पैदा किया जाता है । इस पर सितम्बर में फूल आते हैं। फल अक्टूबर में आता है। इसके काम आनेवाले अंग फल, रस, पत्ते हैं ।
लाभ तथा उपचार
- बुखार वाले रोगियों को करेले का शाक देने से लाभ होता है।
- मधुमेह रोगियों को करेले का स्वरस देने से लाभ होता है ।
- मसूरिका में करेले के पत्ते का स्वरस हरिद्रचूर्ण के साथ मिलाकर देने से लाभ होता है ।
- करेला खांसी, पांडु रोग, व्रण, कृमि, सांस रोग, प्रमेह, कुष्ठ, कास, रोगों के लिये भी अति गुणकारी है ।